व्यक्ति चाहे कितना बड़ा भी हो जाए लेकिन अपने माता-पिता और गुरु से कभी बड़ा नहीं हो सकता:-अंतरराष्ट्रीय कथा वाचिका ममता पाठक जी
उठ जा मेरे लाल, तेरे बगैर मैं कैसे जिऊंगी’, दादा-दादी के बीच रखे नन्हें पोते का शव देख बिलख कर रोया परिवार