सीधी- पुलिस, आबकारी और पैकारी…?
सीधी- जिला मुख्यालय में इन दिनों पुलिस, आबकारी और पैकारी तीनों काफी चर्चा में है शहर में शासकीय मदिरालय कम और पैकारी ज्यादा है। गावों कि बात छोड़ दे तो शहर में चिन्हित जगहों पर धडल्ले से अवैध शराब का कारोबार चल रहा लेकिन कार्यवाही नहीं हो रही है।
जी हाँ सीधी शहर में सक्रिय पुलिस, शराब के लिए बना आबकारी विभाग का बड़ा अमला दोनों ही है। लेकिन इन दोनों की सक्रियता और मौजूदगी के बावजूद अवैध शराब के ठिकाने संचालित है। एक ओर जहां ढ़ाबो में धडल्ले से शराब परोसी जा रही है। वही दूसरी ओर कलेक्ट्रेट कार्यालय से कुछ दूरी पर आधा दर्जन अवैध शराब के ठिकाने संचालित है फिर चाहे वो रमा गोविन्द पैलेस के बगल में हो या गांधी स्कूल के चौफेर स्थित पैकारी की दुकानें हो सभी के बारे में सब को जानकारी है लेकिन कार्यवाही कभी नहीं होती। इसी प्रकार नौढ़िया में भी कई सारे अवैध शराब के अड्डे है और कुछ तो पुलिस कालोनी में स्थित आवासों के बाहर भी स्थित है।
अब कुल मिलाकर देखा जाए तो हैरानी कि बात यह है कि शासन ने शराब के लिए दुकानों का निर्धारण भले हि किया हो लेकिन ठेकेदारो द्वारा कई जगहों पर अवैध शराब कि सप्लाई कर बिक्री कराई जाती है। जानते भी सब है पर अनजान भी सब…? कुल मिलाकर पुलिस और आबकारी पर पैकारी हावी है।








