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मिनी स्मार्ट सिटी सीधी के नवीन बस स्टैंड का हाल बेहाल,करोड़ों खर्च पर व्यवस्थाएं अस्त व्यस्त

मिनी स्मार्ट सिटी सीधी के नवीन बस स्टैंड का हाल बेहाल,करोड़ों खर्च पर व्यवस्थाएं अस्त व्यस्त

मिनी स्मार्ट सिटी मद से साढ़े पांच करोड़ की लागत से सीधी शहर में नवनिर्मित अंतर राज्यीय बस स्टैंड का लोकार्पण हुए सालभर बीत गए हैं, लेकिन अभी तक यात्री सुविधाएं बहाल नहीं हो सकी हैं। जिससे यात्रियों के साथ ही बसों के स्टाफ को भी परेशान होना पड़ रहा है। नए बस स्टैंड में पेयजल की सुविधा भी नहीं है, जिसके चलते गर्मी में यात्रियों को परेशान होना पड़ रहा है। महिला और पुरुष प्रसाधन कक्ष ताले में कैद हैं, जिससे सुविधा घर के बाहर ही लोग गंदगी कर देते हैं, लिहाजा पूरे परिसर में दुर्गंध व्याप्त रहती है। पुलिस सहायता केंद्र का शुभारंभ नहीं होने से यहां अभी तक किसी प्रकार सुरक्षा व्यवस्था भी नहीं है, शाम ढलते ही बस स्टैंड में सन्नाटा पसर जाता है। बता दें कि शहर के दक्षिण करौंदिया पानी टंकी के पास नव निर्मित श्यामा प्रसाद मुखर्जी अंतर राज्यीय नवीन बस स्टैंड का लोकार्पण गत वर्ष 10 मार्च को सीधी प्रवास के दौरान प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने किया था।लोकार्पण के बाद से ही बस स्टैंड उपेक्षा का शिकार हैं यही कारण है कि यहां प्रतिदिन आधा सैकड़ा की संख्या में पहुंचने वाले यात्रियों को कर्ई तरह की असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है।आलम यह है कि यहां आने वाले यात्रियों के लिए बनाये गए प्रतिक्षालय मे गंदगी और बदबू से बैठने लायक नहीं है और न ही गर्मियों के दौरान हवा व पानी की पर्याप्त सुविधा का व्यवस्था है।
दुर्गंध से बुराहाल:-
अंतर राज्यीय बस स्टैंड में न तो यात्री सुविधाएं हैं और न ही सफाई व्यवस्था। यात्री बसों के ठहराव शेड से लेकर यात्री प्रतीक्षालय तक कचरे से पटा है। सुविधा घर ताले में कैद है, जिससे लोगों को खासकर महिला यात्रियों को परेशानी हो रही है। सुविधाएं बहाल करने को लेकर जिम्मेदार अधिकारी बेपरवाह हैं।
शिकायतों के बाद भी सुध नहीं ले रहे जिम्मेदार:-
बस स्टैंड की स्थिति का जायजा लिया गया तो यात्री बसों के स्टाफ ने बताया, सुविधाओं और सफाई व्यवस्था को लेकर कई बार सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की जा चुकी है। शिकायत के बाद एक दिन के लिए सफाई कराई जाती है, इसके बाद फिर भूल जाते हैं। वहीं पेयजल सुविधा व सुविधा घर के संचालन को लेकर कोई पहल नहीं की जा रही है।
पुलिस सहायता केंद्र का संचालन भी नहीं:-
स्टैंड में यदि यात्री को किसी प्रकार की समस्या होती है और पुलिस सहायता लेनी हो तो डायल 100 ही एक चारा है। परिसर में पुलिस सहायता केंद्र के लिए कक्ष तो कराया गया है, लेकिन वहां अभी तक पुलिस की तैनाती नहीं की गई है।
बस स्टैंड में बदइंतजामी
डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी अंतर्राज्यीय बस स्टैण्ड में इन दिनों बदइंतजामी चरम पर है। यात्रियों को मिलने वाली सुविधा नदारत है। यात्रियों को पानी व प्रसाधन के लिये परेशान होना पड़ता है। बसों के प्रतीक्षा के दौरान बैठने की उचित सुविधा होने के बावजूद गंदगी का सामना करना पड़ रहा है।यात्री यहां वहां भटकते रहते हैं। साफ सफाई का बूरा हाल है। प्रतिक्षालय में अधिकांश समय मवेशियों का अधिपत्य होता है। यही वजह है कि यहां पर करोड़ों खर्च कर बनाया गया यह बस स्टैण्ड प्रशासनिक उपेक्षा और अव्यवस्था का शिकार हो चुका है।

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