अंधविश्वास ने बनाया बाप को हत्यारा,झाड़-फूंक के चक्कर में पिता ने कर दी बेटी की हत्या
सीधी। सिटी कोतवाली क्षेत्र के भाठा गांव में झाड़-फूंक के नाम पर एक पिता ने अपनी 15 वर्षीय बेटी की बेरहमी से हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया है। घटना शनिवार सुबह करीब 5 बजे की है।
घटना का विवरण
मृतिका गीता सिंह (15) मानसिक रूप से अस्वस्थ थी और पिछले 15 दिनों से अजीब हरकतें कर रही थी। उसकी मां कुसुमकली गोड़ के अनुसार, गीता के पिता सुखपति सिंह गोड़ ने उसे ठीक करने के लिए झाड़-फूंक का सहारा लिया। शनिवार सुबह, सुखपति ने गीता को घर के चबूतरे पर बैठाया और लोहे के चिमटे व चमड़े के जूते का इस्तेमाल करते हुए पूछने लगा, “तेरा गुरु कौन है?” जब गीता ने कोई जवाब नहीं दिया, तो उसने उसे बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया।
मां ने बेटी को बचाने की कोशिश की, लेकिन सुखपति ने उसे धक्का देकर भगा दिया। गीता को लगातार चिमटे और जूते से मारा गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई और जान बचाने के लिए घर से भागने लगी।
खेत में पकड़कर पत्थर से हमला
गीता घर से भागकर पास के खेत में पहुंची, लेकिन सुखपति ने उसका पीछा किया। खेत में पकड़कर उसने पास पड़े पत्थर से गीता के सिर पर वार किया। गीता वहीं लहूलुहान होकर गिर गई और मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
पुलिस कार्रवाई
गीता की मां कुसुमकली ने घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव का पंचनामा किया और आरोपी पिता के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया।
मानसिकता पर सवाल
यह घटना समाज में अंधविश्वास और झाड़-फूंक जैसी प्रथाओं के कारण होने वाले खतरों को उजागर करती है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यह दर्दनाक घटना एक बार फिर से समाज को झकझोरती है और अंधविश्वास के खतरनाक परिणामों की ओर इशारा करती है।








