विजय शाह को हटाने की मांग तेज, कांग्रेस विधायकों ने राजभवन के बाहर दिया धरना, पुलिस ने किया गिरफ्तार
भोपाल। कर्नल सोफिया कुरैशी पर की गई विवादित टिप्पणी को लेकर प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस विधायकों ने आज मंत्री विजय शाह को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग को लेकर काले एप्रन पहनकर राजभवन के बाहर धरना दिया। इससे पहले नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात कर शिकायत सौंपी। कुछ देर बाद प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस विधायकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा, “विजय शाह ने देश की महिला सैनिक कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ बेहद अभद्र और अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया है। यह बर्दाश्त के बाहर है। उन्हें तत्काल मंत्री पद से हटाया जाना चाहिए।” वहीं पूर्व मंत्री सचिन यादव ने सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, “सेना और महिला सम्मान के खिलाफ बयान देने वाले मंत्री को बचाया जा रहा है, जबकि विरोध कर रहे विधायकों को गिरफ्तार कर लोकतंत्र की हत्या की जा रही है।”
विवादित बयान से शुरू हुआ बवाल, हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा मामला
11 मई को विजय शाह ने महू के रायकुंडा गांव में कर्नल सोफिया को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। बयान के बाद देशभर में विरोध शुरू हुआ। 13 मई को उन्होंने माफी मांगी, लेकिन भाजपा संगठन ने सख्त रुख अपनाया। उसी दिन शाम को उन्हें पार्टी कार्यालय बुलाकर फटकार लगाई गई। 14 मई को मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया। उसी रात इंदौर के मानपुर थाने में विजय शाह पर एफआईआर दर्ज की गई।
विजय शाह ने एफआईआर के आदेश को रद्द कराने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया, लेकिन वहां से भी उन्हें राहत नहीं मिली। अदालत ने हाईकोर्ट के आदेश पर रोक लगाने से इनकार करते हुए फटकार लगाई।
भाजपा में दबाव, शाह ने इस्तीफे से किया इनकार
प्रदेश भाजपा संगठन पर लगातार दबाव बढ़ रहा है। पार्टी चाहती है कि विजय शाह स्वेच्छा से इस्तीफा दें, लेकिन उन्होंने इनकार करते हुए यहां तक कह दिया कि अगर उन्हें निकाला गया तो वे “आदिवासी सेना” बना लेंगे। उन्हें समझाने के लिए मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को भेजा गया था, लेकिन शाह अपने रुख पर अडिग रहे।
पुराने विवाद भी आए सामने
विजय शाह पहले भी विवादों में रह चुके हैं।
- 2013 में तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान की पत्नी पर की गई टिप्पणी के चलते उन्हें मंत्री पद छोड़ना पड़ा था।
- 2022 में राहुल गांधी के अविवाहित होने पर उन्होंने आपत्तिजनक बयान दिया था।
- 2023 में विद्या बालन के साथ शूटिंग स्थल पर मुलाकात की जिद को लेकर विवाद में आए और शूटिंग रुकवा दी।
भविष्य की राह अदालत पर निर्भर
अब भाजपा की निगाहें सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के फैसलों पर टिकी हैं। पार्टी के निर्णय का आधार कानूनी दिशा तय करेगी। इधर कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि जब तक विजय शाह को हटाया नहीं जाता, वे विरोध जारी रखेंगे।








