???? दिल्ली-एनसीआर में सुबह-सुबह भूकंप के झटके, केंद्र झज्जर रहा – गहराई कम होने से बढ़ा खतरा, लेकिन टला बड़ा नुकसान
✍️ नई दिल्ली, ब्यूरो रिपोर्ट | गुरुवार, 10 जुलाई 2025
राजधानी दिल्ली सहित एनसीआर और आसपास के राज्यों उत्तर प्रदेश व राजस्थान में आज सुबह भूकंप के झटकों ने लोगों को हिला कर रख दिया। सुबह 9 बजकर 4 मिनट और 50 सेकंड पर महसूस किए गए इन झटकों का केंद्र हरियाणा के झज्जर में था और इसकी गहराई महज 10 किलोमीटर थी।
भारतीय भूकंप विज्ञान संस्थान (IMD) के मुताबिक, भूकंप की तीव्रता 4.4 रिक्टर स्केल पर दर्ज की गई है। यह एक सरफेस भूकंप था, यानी धरती की सतह के बेहद करीब — जिससे झटकों की तीव्रता ज़्यादा महसूस की गई, भले ही उनका प्रभाव अल्प समय के लिए था।
???? दिल्ली और यूपी के संभल सहित कई शहरों में झटके
दिल्ली में झटकों का असर कुछ सेकेंड के लिए रहा, लेकिन ऊंची इमारतों और फ्लैट्स में लोगों ने कंपन को महसूस किया। वहीं, उत्तर प्रदेश के संभल, गाजियाबाद, नोएडा, फरीदाबाद, गुरुग्राम और अलवर तक भूकंप की थरथराहट महसूस की गई।
संभल से मिली जानकारी के अनुसार, सुबह करीब 9:07 बजे शहर के कुछ हिस्सों में झटके महसूस किए गए। हालांकि, कंपन हल्का था और कई लोग इसे समझ नहीं सके।
???? बड़ा खतरा था – लेकिन टल गया!
विशेषज्ञों के अनुसार, यह भूकंप धरती की सतह के बेहद पास (10 किमी) होने के कारण ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता था। आमतौर पर जब भूकंप का केंद्र गहराई में होता है तो सतह पर असर कम होता है, लेकिन सरफेस भूकंप में झटका ज़्यादा असरकारक होता है।
गनीमत रही कि अब तक किसी जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है। किसी इमारत के गिरने या दीवारों में दरार की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
???? विशेषज्ञों की सलाह
भूकंप भले ही छोटा हो, लेकिन सरफेस भूकंप का खतरा ज्यादा होता है। विशेषज्ञों ने लोगों से अपील की है कि भूकंप के दौरान:
- पैनिक ना करें
- खुले स्थान की ओर जाएं
- लिफ्ट का उपयोग ना करें
- मजबूत टेबल के नीचे सुरक्षित बैठें
???? दिल्ली-एनसीआर में भूकंप कोई नई बात नहीं है, लेकिन यह घटना एक बार फिर आपदा प्रबंधन की तैयारी और सतर्कता की आवश्यकता को दर्शाती है।








