सीधी में सीएम हेल्पलाइन को लेकर लापरवाह स्वास्थ्य अमला, पेंडिंग पड़ी हजारों शिकायतें
कलेक्टर ने दिए प्रगति सुधार के निर्देश….
सीधी जिले में बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के लिए अपनी पहचान बना चुके स्वास्थ्य विभाग की प्रगति बेहद कमजोर है, एक ओर जहां स्वास्थ्य सुविधाएं बेपटरी हो गई हैं। लोगों को समय पर इलाज नहीं मिल रहा है तो वही सीएम हेल्पलाइन को लेकर स्वास्थ्य विभाग कि लापरवाही भी उजागर हो रही है। यहाँ स्वास्थ्य विभाग से सम्बन्धित लोगों की समस्याओं का निदान समय पर नहीं हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग की करीब डेढ़ हजार से अधिक शिकायतें पेंडिंग पड़ी हुई है। जिसको लेकर कलेक्टर द्वारा समीक्षा बैठक के दौरान स्वास्थ्य अमले को फटकार लगाई गई थी और जल्द से जल्द प्रगति ठीक करने के निर्देश दिए गए थे।
गौरतलब है कि स्वास्थ्य विभाग में नवागत मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आईजे गुप्ता के कार्यभार संभालने के बाद से अव्यवस्थाएं बढ़ी है और लोगों की समस्याएं भी जिसे लेकर अब जिला प्रशासन ने भी कसावट शुरू कर दी है। भारी संख्या मे सीएम हेल्पलाइन कि शिकायतें लंबित पड़ी हुई है। प्रसूति सहायता एवं अन्य योजनाओं की प्रगति काफी धीमी है। जिसे लेकर शिकायतों कि लम्बी फेहरिस्त है और उनका समाधान भी नहीं हो पा रहा है। विगत दिनों कलेक्टर सीधी द्वारा समीक्षा बैठक के दौरान इस पर संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य अमले को प्रगति बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार करीब 18 सौ शिकायते स्वास्थ्य विभाग से संबंधित पेंडिंग में है जिसके लिए कहीं ना कहीं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के साथ-साथ अस्पताल प्रबंधन दोनों जिम्मेदार हैं। कलेक्टर के निर्देश के बाद एसडीएम गोपद बनास ने जिला चिकित्सालय में पहुंचकर सभी शिकायतों के बारे में जानकारी ली और जल्द से जल्द प्रगति ठीक करने के निर्देश दिए हैं।
आंकड़े लापरवाही के सबूत
जिला स्वास्थ्य विभाग की हालत इन दिनों बिलकुल ठीक नहीं है। इन दिनों मनमानी एवं लापरवाही जमकर चल रही है। सूत्रों की मानें तो सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों को लेकर भी स्वास्थ्य विभाग अमला गंभीर नहीं है जिसके चलते लगातार यहां पर सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों की संख्या बढ़ रही है। आंकड़े यहां की लापरवाही व अधिकारियों की मनमानी का सबूत दे रहे हैं। एक जानकारी के मुताबिक लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में 50 दिनो से अधिक समय से लंबित कुल शिकायतों की संख्या 1850 है जिसमें लोक स्वास्थ्य से संबंधित 322 शिकायतें है, जिला अस्पताल से संबंधित 583 और प्रसूति सहायता से संबंधित 945 शिकायतें लंबित है। 
कलेक्टर ने ली अधिकारियों की क्लास
स्वास्थ्य विभाग में जितनी लापरवाही है शायद दूसरे विभागों में देखने को नहीं मिलेगी। लगातार यहां पर जिस प्रकार सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों के आंकड़ों का ग्राफ बढ़ा है उसके चलते कलेक्टर साकेत मालवीय ने सीएमएचओ व सिविल सर्जन की क्लास लेते हुए उन्हे फटकार भी लगाई है। सूत्रों की मानें तो कलेक्टर ने जल्द से जल्द सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों का निराकरण करने के निर्देश सीएमएचओ व सिविल सर्जन को दिए हैं। हालांकि यह पहला मामला नहीं है जब सीएमएचओ व सिविल सर्जन को कलेक्टर द्वारा डाट फटकार लगाई गई है बिडम्बना यह है कि इन सबके बाद भी सीएमएचओ की सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।
इनका कहना है
कलेक्टर के निर्देश पर पिछले दिनों जिला अस्पताल का निरीक्षण किया गया साथ ही स्वास्थ्य विभाग में पेंडिंग सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों का जल्द से जल्द निराकरण करने के निर्देश दिए गए हैं। सिविल सर्जन को जिला अस्पताल की व्यवस्था चुस्त-दुरूस्त करने के लिए भी निर्देशित किया गया है।

नीलेश शर्मा
एसडीएम, गोपद बनास








