सरकारी आदेश पर भारी पटवारी,स्थानांतरण के छ:माह बाद भी नही हुए भारमुक्त
सीधी- सीधी जिले में पटवारियोंं का रसूख सरकारी आदेश पर भारी पड़ गया है। करीब छ: माह पूर्व इन पटवारियों का स्थानांतरण अलग-अलग स्थानों के लिए किया गया था लेकिन जानकर ताज्जुब होगा कि ट्रांसफर आदेश जारी होने से 6 माह बाद भी इन पटवारियों को रिलीव नहीं किया गया। ट्रांसफर को लेकर अब तरह तरह की बातें सामने आ रही है।
गौरतलब है कि जुलाई माह में कार्यालय कलेक्टर भू अभिलेख जिला सीधी द्वारा 24 पटवारियों का स्थानांतरण आदेश जारी किया गया था जिसमें जिले के विभिन्न तहसीलों में पदस्थ पटवारी को उनके स्थान से स्थानांतरित अन्य जगहों के लिए भेजा गया था। जारी आदेश के बाद ज्यादातर पटवारी द्वारा स्थानांतरित जगह पर अपना पदभार ग्रहण कर लिया गया लेकिन गोपद बनास तहसील के कुछ चुनिंदा और चर्चित पटवारी द्वारा जारी आदेश के 6 माह बाद भी अपना पदभार ग्रहण नहीं किया गया है और पुरानी जगह पर ही कार्य कर रहे हैं। ना तो उनका स्नान स्थानांतरण आदेश संशोधित हुआ और ना ही स्थानांतरण रद्द हुआ बावजूद इसके अभी तक पुरानी जगह पर बने हुए हैं और आश्चर्य इस बात का है कि सब कुछ जानते हुए भी अधिकारियों द्वारा उनके स्थानांतरण आदेश पर गौर नहीं किया गया और ना ही उन्हें भार मुक्त किया गया।
जारी स्थानांतरण आदेश में गोपद बना तहसील के ऐसे चर्चित पटवारी शामिल हैं जो लंबे समय से जिला मुख्यालय या उसके आसपास ही पदस्थ रहे हैं और मुख्यालय एवं गोपद बनास से उनका ऐसा लगाव है कि स्थानांतरण होने के बाद भी स्थान नहीं छूट रहा है अब देखना है कि अधिकारी इन्हें भार मुक्त करते हैं या उनके आदेश में सुधार करते हैं हालांकि 6 माह का वक्त काफी लंबा होता है और इस बीच अंडर ट्रांसफर होते हुए भी सक्रिय पटवारी इसी बात का संदेश देते हैं कि सरकारी आदेश पर पटवारी भारी है।








