सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को जारी हुए निर्देश, मतगणना की होगी वीडियो रिकार्डिंग
-वीवीपैट की पर्ची गिनने के लिए अलग से बनेंगे बूथ
भोपाल- लोकसभा चुनाव की मतगणना चार जून को होगी। इसकी प्रत्येक केंद्र पर पूरी वीडियो रिकार्डिंग कराई जाएगी। सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगेंगे तो प्रत्येक विधानसभा से पांच-पांच वीवीपैट की पर्ची और ईवीएम के वोटों का मिलान होगा। इसके लिए मतगणना केंद्रों पर अलग से बूथ बनाए जांएगे ताकि पर्ची यहां-वहां न हों। इन्हें 45 दिन तक सुरक्षित रखना होता है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि मतगणना की वीडियो रिकार्डिंग कराई जाए ताकि विवाद होने की स्थिति में उसे प्रमाण के तौर पर उपयोग किया जा सके। इससे पारदर्शिता भी रहेगी। वहीं, प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से पांच-पांच वोटर वैरिफाइड पेपर आडिट ट्रेल (वीवीपैट) की मतदान पर्ची का मिलान संबंधित क्षेत्र की ईवीएम के मतों से किया जाएगा।
वीवीपैट का चयन औचक किया जाएगा। पर्ची की गणना के लिए मतगणना केंद्रों पर ही अलग से बूथ बनाए जाएंगे। प्रत्येक केंद्र पर एक माइक्रो आब्जर्वर रहेगा जो पर्ची की गितनी की निगरानी करेंगे। प्रत्याशी अलग से इसके लिए अभिकर्ता नियुक्त कर सकते हैं। डाक मतपत्र और वीवीपैट की पर्ची गिनने के लिए कर्मचारियों को अलग से प्रशिक्षण भी दिलाया जा रहा है।








