बच्चों को बेहतर शिक्षा दिलाना विद्यालय का दायित्व: डॉ. अनूप
-स्कूल चलो अभियान के अंतर्गत करौंदिया पानी टंकी विद्यालय में कार्यक्रम आयोजित
सीधी/सरकार की अभिनव योजना “स्कूल चले हम”अभियान योजना के तहत शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय करौंदिया पानी टंकी में प्रवेशोत्सव को लेकर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बतौर वरिष्ट चिकित्सक एवं समाजसेवी डॉ. अनूप मिश्रा उपस्थित रहे। वहीं विकासखंड शिक्षा अधिकारी लक्ष्मीकांश शर्मा भी मौजूद थे।

कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत के माध्यम से किया गया। इसके साथ ही विद्यालयीन बच्चों ने अन्य मनमोहक गीत स्कूल चलो अभियान को लेकर किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि डॉ. अनूप मिश्रा ने कहा कि बच्चों को बेहतर शिक्षा दिलाना विद्यालय का उद्देश्य होता है लेकिन उसमें अभिभावकों की भी जिम्मेदारी बनती है कि वह बच्चों को शिक्षा क्षेत्र में अव्वल करें। उन्होने कहा कि विद्यालय में बच्चे 5-6 घंटे रहते हैं बाकी समय घर में रहते हैं। इसकी मानीटरिंग अभिभावकों को होनी चाहिए। बच्चों से ऐसा व्यवहार करें जिससे बच्चे शिक्षा जगत में अलग स्थान अर्जित करें।
मोबाईल से बच्चों को दूर रहने की है जरूरत
इस संबंध में समाजसेवी एवं मिश्रा नर्सिंग होम के संचालक डॉ. अनूप मिश्रा ने कहा कि आज के परिवेश में बच्चे मोबाईल के लत से जुड़ चुके हैं। उन्हें दूर करने की जरूरत है। उन्होने कहा कि मम्मी-पापा मोबाईल में व्यस्त रहते हैं। जब बच्चे जिद करते हैं तो उन्हें मोबाईल दे देते हैं। यह उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। मातृशक्तियों की जिम्मेदारी है कि बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए काम करें। बच्चों को अनुशासित करना घर-परिवार की जिम्मेदारी होती है। डॉ. अनूप मिश्रा ने कहा कि बच्चे भारत के कर्णधार हैं। छोटे बच्चे क्या बन सकते हैं यह सब काम शिक्षकों पर छोंडऩे की बजाय अभिभावकों की भी जिम्मेदारी होती है। उन्होने कहा कि इस विद्यालय का हाई स्कूल उन्नयन के लिए हमे बीईओ द्वारा ध्यान दिलाया गया। कोशिश करेंगे की पहल हो।
शासन की यह योजना नींव की पत्थर: बीईओ
कार्यक्रम में उपस्थित विकासखंड शिक्षा अधिकारी लक्ष्मीकांत शर्मा ने कहा कि स्कूल चलो अभियान की यह योजना नींव की पत्थर साबित हो रही है। बच्चों को समय पर स्कूल पहुंचाने एवं जो बच्चे नहीं आते हैं उनका दायित्व अभिभावकों का होता है। आज कोई प्रधानमंत्री तो कोई मुख्यमंत्री सहित कलेक्टर या अन्य प्रशासनिक अधिकारी बनते हैं वह ऐसे ही बच्चे बनते हैं। बच्चे खूब पढें, खूब लिखें यही व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होने कहा कि यह विद्यालय काफी समय से अच्छी शिक्षा दे रहा है। हाई स्कूल बनाने के लिए हमने कई बार पत्र लिखा लेकिन पहल नहीं हुई अब डॉ. अनूप मिश्रा के माध्यम से फिर से ध्यान दिलाता हूं कि इसका उन्नयन होना चाहिए।
सीमित स्थान में हमने किया विद्यालय का विकास: सविता सिंह
इस संबंध में विद्यालय की प्रधानाध्यापिका श्रीमती सविता सिंह ने कहा कि मैं जबसे इस विद्यालय में आई लगातार विद्यालय के विकास के लिए काम कर रही हूं।छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए हर क्षेत्र में छात्रों की सहभागिता कराई जाती रही है।विद्यालय में वर्तमान में 251 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। मेरा संकल्प है कि यह विद्यालय आगे बढ़े इसके लिए हमारे विद्यालय के शिक्षकों का वरिष्ठ अधिकारियों काभी महत्वपूर्ण योगदान मेरे साथ रहा है ।उन्होने कहा कि स्कूल चलो अभियान को लेकर हम पूरा प्रयास करते हैं जिससे कि इस विद्यालय मेंं अध्ययनरत बच्चों को कोई असुविधा न होने पाए।
कार्यक्रम के दौरान इनकी रही उपस्थिति
विद्यालय के प्रवेशोत्सव एवं स्कूल चलो अभियान को लेकर कार्यक्रम में अतिथियों के अलावा कई लोगों की उपस्थिती रही। इस दौरान पत्रकार जगन्नाथ द्विवेदी ने भी कहा कि बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए यह विद्यालय लगातार प्रयास कर रहा है। वहीं पत्रकार बृजेश पाण्डेय सहित बीईओ ऑफिस के लिपिक एसके उर्मलिया की उपस्थिती सहित राजीव दुबे, विद्यालय परिवार से प्रधानाध्यापिका सविता सिंह शंकरदयाल द्विवेदी जनशिक्षक, ज्योत्सना मिश्रा, उर्मिला सिंह, माया सिंह, सुमन सिंह, रोशनलाल सिंह, सुरसरी द्विवेदी, सीता तिवारी, पद्मा सिंह, आस्था त्रिपाठी सहित शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष सीमा वर्मा एवं कार्यकारिणी के सभी सदस्य, अभिभावक एवं छात्र-छात्राएं एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सीमा उपस्थित रही। इस दौरान सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित करने सहित विद्यालय परिसर में पौधरोपण का कार्यक्रम अतिथियों की उपस्थिति में कराया गया।








