मध्यप्रदेश कांग्रेस में बैठकों का दौर, नई ज़िम्मेदारियां और संगठनात्मक बदलाव, जारी हुई लिस्ट..
भोपाल, 23 नवम्बर: मध्य प्रदेश कांग्रेस में इन दिनों बैठकों का दौर जारी है। गुरुवार और शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने कई अहम मुद्दों पर विचार विमर्श किया। गुरुवार को पॉलिटिकल अफेयर कमेटी की बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए, जबकि शुक्रवार को कार्यसमिति की बैठक आयोजित की गई। इन बैठकों में संगठनात्मक ढांचे को और मजबूत करने के उपायों पर चर्चा की गई, जिसमें एकजुटता पर जोर दिया गया।
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने बैठक के बाद कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर काम करने की अपील की। उन्होंने पार्टी की मजबूती के लिए मिलकर कार्य करने की आवश्यकता पर जोर दिया और प्रदेश में कांग्रेस को सशक्त बनाने के लिए हर संभव प्रयास करने की बात कही। बैठक के बाद पटवारी ने प्रदेश प्रभारी जितेंद्र भंवर सिंह के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें कई अहम निर्णयों की जानकारी दी गई।
नए प्रभारी और सह प्रभारी नियुक्त
इस बीच, मध्य प्रदेश कांग्रेस ने प्रदेश के विभिन्न जिलों के लिए नए प्रभारी और सह प्रभारी की सूची जारी कर दी है। प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष राजीव सिंह ने यह सूची जारी करते हुए बताया कि अब प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्षों, महासचिवों, सचिवों और सह-सचिवों को जिलों की जिम्मेदारी दी जाएगी। इससे संगठन को और मजबूती मिलेगी और कांग्रेस पार्टी को हर जिले में और बेहतर तरीके से कार्य करने का अवसर मिलेगा।
कांग्रेस ने अपने एक्स हैंडल पर ट्वीट कर इस बदलाव की जानकारी दी। ट्वीट में लिखा गया: “मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों को जिलों के प्रभारी और सह प्रभारी की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। आप सभी को अनंत बधाई और शुभकामनाएं। आपकी नई जिम्मेदारी से निश्चित रूप से प्रदेश और जिलों में कांग्रेस मजबूत होगी। साथ ही प्रदेश में लोकतंत्र विरोधी और भ्रष्ट सरकार के खिलाफ संघर्ष सशक्त होगा।”
कांग्रेस की नई रणनीति
यह संगठनात्मक बदलाव पार्टी के भीतर नई ऊर्जा और जोश का संचार करेगा। पार्टी के नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि प्रदेश में कांग्रेस को मजबूत किया जाएगा ताकि आगामी चुनावों में सशक्त विपक्ष के रूप में पार्टी सामने आए और राज्य की मौजूदा सरकार की नीतियों के खिलाफ मजबूत संघर्ष किया जा सके। कांग्रेस के नेताओं का मानना है कि नए पदाधिकारियों की नियुक्ति से पार्टी का आधार और मजबूत होगा, जो लोकतंत्र और भ्रष्टाचार विरोधी मुद्दों पर जनता के बीच अपनी स्थिति सुदृढ़ करेगा।
यह बदलाव पार्टी के लिए एक नई शुरुआत का प्रतीक है, जिसमें कांग्रेस कार्यकर्ताओं को और अधिक जिम्मेदारी सौंपी गई है ताकि पार्टी आगामी दिनों में और अधिक सक्रिय रूप से अपनी कार्यशैली में सुधार कर सके।








