5 जनवरी तक तय होंगे भाजपा जिलाध्यक्षों के नाम, इसके बाद शुरू होगी प्रदेश अध्यक्ष चुनाव की प्रक्रिया
भोपाल। मध्य प्रदेश भाजपा में लंबे समय से अटके जिला अध्यक्षों के चुनाव को लेकर अब रास्ता साफ हो गया है। शीर्ष नेतृत्व ने स्पष्ट कर दिया है कि 5 जनवरी तक जिलाध्यक्षों की सूची तैयार कर ली जाएगी। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी।
केंद्रीय भाजपा की बैठक में हुआ मंथन
दिल्ली में रविवार से शुरू हुई भाजपा की केंद्रीय बैठक में जिला अध्यक्षों और प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव पर मंथन हुआ। इसमें मध्य प्रदेश भाजपा के पदाधिकारियों ने भाग लिया। चुनाव की प्रक्रिया को लेकर विस्तार से चर्चा हुई और निर्णय लिया गया कि जिलाध्यक्षों का चयन पारदर्शिता और संगठनात्मक मजबूती को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा।
तीन नामों का पैनल भेजा जाएगा
सूत्रों के मुताबिक, प्रत्येक जिले से तीन-तीन नामों का पैनल तैयार किया जाएगा। इन नामों में से केंद्रीय नेतृत्व के मार्गदर्शन में जिलाध्यक्ष का चयन होगा।
प्रदेश भाजपा के सराहनीय कार्य
बैठक में मध्य प्रदेश भाजपा द्वारा किए गए कार्यों की प्रशंसा हुई।
- बूथ और मंडल अध्यक्षों के चयन में पारदर्शिता: मप्र भाजपा ने इस प्रक्रिया में सक्रियता और पारदर्शिता दिखाई, जिसकी चर्चा अन्य राज्यों में भी हुई।
- सक्रिय सदस्यता अभियान में नंबर 1: भाजपा के सक्रिय सदस्यता अभियान में मध्य प्रदेश ने देशभर में पहला स्थान हासिल किया, जबकि गुजरात और यूपी क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।
जिलाध्यक्ष बनने की होड़ में कई बड़े नेता
जिला अध्यक्ष बनने के लिए पार्टी के पूर्व संगठन मंत्री, पूर्व विधायक और अन्य नेता सक्रिय हो गए हैं। कई नेताओं ने अपने गुट के पदाधिकारियों को आगे बढ़ाने की कोशिश शुरू कर दी है।
तीन प्रमुख फैक्टर:
- मौजूदा जिलाध्यक्षों की पकड़ मजबूत: 75% जिलों में वर्तमान अध्यक्ष मजबूत स्थिति में हैं, क्योंकि उनके नेतृत्व में भाजपा ने विधानसभा और लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन किया।
- जमीनी कार्यकर्ताओं की दावेदारी: लंबे समय से बिना पद के काम कर रहे नेताओं को संगठन चुनाव में मौका मिलने की उम्मीद है।
- सांसद और विधायकों का प्रभाव: कई सांसद और विधायक अपने प्रभाव क्षेत्र में जिलाध्यक्षों को नियुक्त कराने में सक्रिय हैं।
प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव
जिला अध्यक्षों की सूची फाइनल होने के बाद प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होगा। संगठन के सूत्रों के मुताबिक, प्रदेश अध्यक्ष के लिए योग्य और सर्वसम्मत नेता का चयन किया जाएगा।
भाजपा में जिला और प्रदेश अध्यक्षों का चयन संगठन की दिशा और आगामी चुनावों की रणनीति तय करने में अहम भूमिका निभाएगा। कार्यकर्ताओं और नेताओं को अब सूची जारी होने का इंतजार है।








