सीधी: आज के प्रमुख शासकीय समाचार
सीईओ जिला पंचायत ने कुसमी में नलजल योजना की समीक्षा की

सीधी, 16 जनवरी 2025। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अंशुमन राज ने बुधवार को जनपद पंचायत कुसमी के अंतर्गत चयनित सिंगल विलेज नल जल योजना की समीक्षा की। करैल, भुईमाड़, केसलार, गैवता आदि पंचायतों में नलजल योजना की प्रगति का जायजा लेते हुए उन्होंने सचिवों को निर्देश दिया कि जब तक हर घर में नल कनेक्शन और पानी की आपूर्ति सुनिश्चित न हो, तब तक योजना का हैंडओवर न लिया जाए।
सीईओ ने अमृत सरोवर के तहत चयनित तालाबों का निरीक्षण भी किया। उन्होंने रौहाल, आमगांव, थाड़ीपत्थर और गुडुआधार में साइट चयन की प्रक्रिया को समझाया और कुछ स्थलों में परिवर्तन के निर्देश दिए। इस अवसर पर जनपद पंचायत कुसमी के सीईओ ज्ञानेंद्र मिश्रा, जिला परियोजना अधिकारी दीपक अहिरवार, और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
स्वामित्व योजना का राष्ट्रीय कार्यक्रम 18 जनवरी को आयोजित
सीधी, 16 जनवरी 2025। अपर कलेक्टर ने जानकारी दी है कि स्वामित्व योजना का राष्ट्रीय कार्यक्रम 18 जनवरी 2025 को आयोजित होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चयनित लाभार्थियों से संवाद करेंगे। इस दौरान पात्र हितग्राहियों को भूमिस्वामी अधिकार अभिलेख इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से वितरित किए जाएंगे।
सभी तहसीलों में सांसद, विधायक और जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में लाभार्थियों को अधिकार अभिलेख सौंपे जाएंगे। अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि कार्यक्रम का लाइव वेबकास्ट ग्राम पंचायत और जिला स्तर पर सुनिश्चित किया जाए।
सफलता की कहानी: बैगा बस्ती में पेयजल संकट का समाधान
सीधी, 16 जनवरी 2025। सुशासन सप्ताह के तहत ग्राम केशलार के घोरबँधा बैगा बस्ती में पेयजल समस्या के समाधान के लिए मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अंशुमन राज ने संवेदनशील पहल करते हुए तत्काल एक हैंडपंप स्थापित करने का निर्देश दिया।
हैंडपंप के उत्खनन से स्थानीय निवासी फूलबाई बैगा, हीरालाल बैगा, और दलबीर बैगा ने खुशी जाहिर की और प्रशासन का आभार व्यक्त किया। इस पहल से बैगा बस्ती के लोगों में उत्साह का माहौल है।
जेल में वृद्ध बंदियों को बांटे गए गर्म कपड़े
सीधी, 16 जनवरी 2025। जिला पंचायत सीईओ अंशुमन राज ने जिला जेल सीधी में परिरूद्ध 25 वृद्ध बंदियों को गर्म कपड़े (इनर, टोपी, मोजे) वितरित किए। भ्रमण के दौरान उन्होंने जेल में आयोजित श्रीमद्भागवत गीता पाठ, साफ-सफाई और पाठशाला व्यवस्था की सराहना की।
उन्होंने बंदियों को जीवन में सुधार लाने और सकारात्मक जीवनशैली अपनाने की प्रेरणा दी। इस पहल से जेल में बंदियों के बीच सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास किया गया।








