भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की घोषणा जल्द, 15 मार्च से पहले आ सकता है फैसला
नई दिल्ली, 27 फरवरी 2025 – भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जल्द ही अपने नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की घोषणा करने वाली है। सूत्रों के मुताबिक, यह घोषणा 15 मार्च 2025 से पहले हो सकती है। वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल समाप्त हो चुका है, लेकिन पार्टी में संगठनात्मक चुनावों के कारण नए अध्यक्ष के चयन में देरी हो रही थी।
भाजपा संगठनात्मक चुनावों को पूरा करने में जुटी
भाजपा के संविधान के अनुसार, राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव तभी संभव है जब 50% राज्यों में संगठनात्मक चुनाव पूरे हो जाएं। वर्तमान में, 38 प्रदेश संगठनों में से केवल 12 राज्यों में चुनाव पूरे हुए हैं। कम से कम छह और राज्यों में चुनाव कराए जाने जरूरी हैं। इसके अलावा, मध्य मार्च के बाद शुरू होने वाली अशुभ अवधि से पहले भाजपा इस प्रक्रिया को तेज करना चाहती है।
इन राज्यों में अटका प्रदेश अध्यक्ष का चयन
- कर्नाटक – प्रदेश अध्यक्ष बी. विजयेंद्र के खिलाफ पार्टी के अंदर विरोध बढ़ रहा है।
- तेलंगाना – राज्य नेतृत्व को लेकर असंतोष बना हुआ है।
- उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश – नए प्रदेश अध्यक्षों के नाम तय नहीं हुए हैं।
- गुजरात और तेलंगाना – “वन मैन, वन पोस्ट” नीति पर विचार जारी है।
संघ की पसंद होगा नया अध्यक्ष, ये नाम चर्चा में
भाजपा के नए अध्यक्ष के चयन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की अहम भूमिका होगी। पार्टी एक ऐसे नेता को चुनना चाहती है जो संगठन से जुड़ा हो और जातिगत, क्षेत्रीय व राजनीतिक संतुलन बनाए रख सके।
संभावित उम्मीदवारों के नाम:
- धर्मेंद्र प्रधान – केंद्रीय शिक्षा मंत्री, मजबूत संगठनात्मक पकड़, ओबीसी समुदाय का प्रतिनिधित्व।
- शिवराज सिंह चौहान – पूर्व मुख्यमंत्री, जमीनी अनुभव और आरएसएस का समर्थन।
- भूपेंद्र यादव – केंद्रीय मंत्री, मोदी-शाह के करीबी और चुनावी रणनीतिकार।
- मनोहर लाल खट्टर – हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री, संघ की मजबूत पकड़।
- अनुराग ठाकुर – युवा चेहरा, ऊर्जावान, लेकिन ऊंची जाति होने से ओबीसी समीकरण पर असर।
भाजपा के लिए यह नियुक्ति क्यों अहम?
भाजपा 2026 में होने वाले उत्तर प्रदेश, असम, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और गुजरात के विधानसभा चुनावों पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इसके अलावा, बिहार में इसी साल के अंत में चुनाव होने हैं, इसलिए वहां नेतृत्व में बदलाव की संभावना कम है।
भाजपा का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन होगा, यह सवाल राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है। हालांकि, पार्टी के अप्रत्याशित फैसलों के इतिहास को देखते हुए अंतिम नाम की घोषणा तक अटकलें बनी रहेंगी।








