सीधी पुलिस ने पकड़े शातिर ठग, रिश्तेदार बनकर वृद्ध से उड़ाए 50 हजार रुपये
रीवा और मैहर में भी दर्ज हैं आठ से अधिक आपराधिक प्रकरण
सीधी।
कोतवाली पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए ऐसे दो शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है, जो खुद को रिश्तेदार बताकर भोले-भाले लोगों को वाहन में बैठाते थे और बातचीत में उलझाकर उनसे नगदी व कीमती सामान चुराकर फरार हो जाते थे। पकड़े गए आरोपियों के पास से पुलिस ने चोरी की नगदी और एक बोलेरो वाहन बरामद किया है। आरोपियों के खिलाफ रीवा और मैहर जिलों में भी आठ से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
25 अप्रैल को वंदना सेन ने कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनके पिता चंद्रवली सेन, जो वर्तमान में कलेक्ट्रेट के ट्राइबल विभाग में कार्यरत हैं, 24 अप्रैल को यूनियन बैंक से 50 हजार रुपये निकालकर नेहरू पार्क स्थित किराए के कमरे में जा रहे थे। तभी कलेक्ट्रेट चौक पर एक बोलेरो वाहन रुका, जिसमें बैठे व्यक्ति ने खुद को रिश्तेदार बताकर उन्हें वाहन में बैठा लिया और शादी का कार्ड लेकर बांटने की बात कही। कुछ दूर जाकर वाहन चालक ने उन्हें उतार दिया, लेकिन जेब से 50 हजार रुपये गायब थे।
आरोपियों की गिरफ्तारी और खुलासा
पुलिस ने जब जांच की तो सीसीटीवी और मुखबिर की सूचना के आधार पर दो आरोपियों — राजेश मिश्रा उर्फ राधे मिश्रा निवासी रामपुर नैकिन (वर्तमान पता रीवा) और देवेंद्र उर्फ लाला यादव निवासी गोविंदगढ़, रीवा — को हिरासत में लिया। पूछताछ में दोनों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया और बताया कि वे पहले भी इस तरह की वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। पुलिस ने उनके पास से 10,700 रुपये नकद और बोलेरो वाहन बरामद किया है।
गिरफ्तारी में इनकी रही अहम भूमिका
थाना प्रभारी पुष्पेंद्र मिश्रा के नेतृत्व में इस कार्रवाई में उप निरीक्षक विवेक द्विवेदी, प्रधान आरक्षक आनंद शर्मा, रण बहादुर सिंह, तिलकराज सिंह और आरक्षक बालेंद्र सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
पुलिस का अपील
पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि किसी अनजान व्यक्ति पर भरोसा कर वाहन में न बैठें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तत्काल पुलिस को दें।








