सीधी पुलिस का कमाल: 40 दिन से लापता किशोरी पीथमपुर से बरामद, दूसरी को 20 घंटे में खोज निकाला
जमोड़ी व कुसमी पुलिस की तेजतर्रार कार्रवाई, परिजनों की आंखों में लौटाई खुशी की चमक
सीधी।
जिले की पुलिस ने दो अलग-अलग मामलों में गुमशुदा नाबालिक किशोरियों को सकुशल बरामद कर परिजनों को सौंपकर न सिर्फ मिशन मुस्कान को सार्थक किया, बल्कि अपनी कार्यकुशलता का भी दमदार परिचय दिया।
पुलिस अधीक्षक डॉ. रविंद्र वर्मा के निर्देशन में, जमोड़ी व कुसमी पुलिस की अलग-अलग टीमों ने उल्लेखनीय सफलता हासिल की है।
40 दिन से लापता थी किशोरी, पीथमपुर से मिली सकुशल
जमोड़ी थाना क्षेत्र की एक किशोरी 40 दिनों से लापता थी। तमाम प्रयासों के बावजूद कोई सुराग नहीं मिला था। लेकिन थाना प्रभारी उप निरीक्षक दिव्य प्रकाश त्रिपाठी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने हार नहीं मानी। लगातार निगरानी, तकनीकी विश्लेषण और नेटवर्किंग के जरिये किशोरी की लोकेशन पीथमपुर (जिला धार) में ट्रेस की गई।
टीम तुरंत रवाना हुई और किशोरी को सकुशल वापस लाकर परिजनों को सौंप दिया। इस कार्रवाई में सउनि गोविंदलाल, प्रधान आरक्षक लल्लू विश्वकर्मा, अवनीश, आरक्षक अभिषेक और महिला आरक्षक स्वाति द्विवेदी की सराहनीय भूमिका रही।
20 घंटे में ही ढूंढ़ निकाली दूसरी किशोरी
वहीं दूसरी कार्रवाई में कुसमी पुलिस ने मिसाल कायम करते हुए महज 20 घंटे में एक और लापता किशोरी को तलाश निकाला।
थाना प्रभारी उप निरीक्षक भूपेश बैस और उनकी टीम ने शिकायत दर्ज होने के कुछ घंटों के भीतर ही छानबीन तेज कर दी और सिरसी (थाना जमोड़ी क्षेत्र) से किशोरी को दस्तयाब कर लिया।
इस त्वरित कार्रवाई में प्रधान आरक्षक भूपेश कर्चुली, आरक्षक पंकज सिंह एवं साइबर सेल से कृष्ण मुरारी द्विवेदी की अहम भूमिका रही।
न सिर्फ कानून, बल्कि भरोसे की भी रखवाली
इन सफलताओं के बाद न सिर्फ सीधी पुलिस की चुस्ती-फुर्ती पर मुहर लगी है, बल्कि आमजन के बीच भरोसा भी गहराया है। ऐसे मामलों में त्वरित और सटीक कार्रवाई यह साबित करती है कि पुलिस सिर्फ वर्दी नहीं, बल्कि संवेदनशीलता और समर्पण का भी प्रतीक है।








