मुख्यमंत्री को सौंपा जाएगा पत्रकारों की पीड़ा का ज्ञापन
सीधी जिले के पत्रकारों ने उठाई आवाज, पुलिस प्रताड़ना समेत अन्य समस्याएं मुख्यमंत्री के समक्ष रखेंगें
सीधी।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के आगामी सीधी आगमन के दौरान मध्य प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ की जिला इकाई एक महत्वपूर्ण ज्ञापन सौंपेगी, जिसमें जिले के पत्रकारों की विभिन्न समस्याएं, खासकर पुलिस प्रताड़ना, को प्रमुखता से उठाया जाएगा।
जिलाध्यक्ष हरीश मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि पत्रकार संगठन के हाल ही में आयोजित प्रांतीय अधिवेशन (मुरैना) में मुख्यमंत्री ने स्वयं कहा था कि पत्रकार सीधे उनसे मिलकर अपनी समस्याएं साझा कर सकते हैं। इसी के तहत सीधी जिले के मीडिया प्रतिनिधि अब सीधा संवाद करने जा रहे हैं।
पुलिसिया रवैये से पत्रकार असहज
श्री मिश्रा ने बताया कि जिले में पत्रकारों को झूठे आरोपों और दबाव की राजनीति का सामना करना पड़ रहा है। पुलिस अक्सर फर्जी शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई करती है, जबकि पत्रकारों की शिकायतें अनसुनी रह जाती हैं।
जमोड़ी थाना क्षेत्र का एक उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि एक पत्रकार के घर जानबूझकर आग लगा दी गई, लेकिन अब तक किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं हुई है।
ज्ञापन के मुख्य बिंदु
- पुलिस द्वारा पत्रकारों के प्रति पक्षपाती रवैया
- फर्जी शिकायतों पर जल्द कार्रवाई, लेकिन पत्रकारों की बात अनसुनी
- पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग
- फील्ड में काम करने वाले पत्रकारों के साथ सहयोगात्मक व्यवहार
संवाद और समाधान की उम्मीद
जिलाध्यक्ष का कहना है कि ज्ञापन सौंपने के साथ ही पत्रकारों को उम्मीद है कि मुख्यमंत्री उनकी बातों को गंभीरता से लेंगे और नीतिगत व प्रशासनिक सुधारों के माध्यम से समाधान की दिशा में ठोस पहल करेंगे।
पत्रकारों की कलम अब सिर्फ खबर नहीं, इंसाफ की उम्मीद भी लिख रही है — देखना यह है कि सत्ता का शीर्ष उनकी बात सुनता है या नहीं।








