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रीवा में पकड़ाए सीधी के पशु तस्कर

रीवा में पकड़ाए सीधी के पशु तस्कर: मांस के लिए यूपी ले जाई जा रही थीं 35 भैंसें
चार आरोपी गिरफ्तार, पुलिस को नेटवर्क का सुराग जुटाने की कोशिश

रीवा | विशेष प्रतिनिधि
रीवा पुलिस ने मध्य प्रदेश से उत्तर प्रदेश की ओर हो रही पशु तस्करी के एक बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। सीएसपी रितु उपाध्याय के नेतृत्व में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने एक ट्रक से 35 भैंसें बरामद कीं और चार तस्करों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया है कि भैंसों को मांस के लिए यूपी ले जाया जा रहा था, जहां इन्हें बेचकर भारी मुनाफा कमाया जाता है।

रात 3 बजे हुई थी नाकाबंदी

जानकारी के अनुसार, रीवा आईजी के निर्देश पर रात 3 बजे शहर के बायपास क्षेत्र में वाहनों की सघन चेकिंग चल रही थी। इसी दौरान सीएसपी रितु उपाध्याय को गोपनीय सूचना मिली कि पशु तस्कर एक ट्रक में भैंसों को भरकर सीधी से यूपी की ओर रवाना हो चुके हैं।

सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए थाना प्रभारी ने एनएच पर नाकाबंदी कर दी और एक संदिग्ध ट्रक को रोका। जांच में ट्रक से 35 भैंसों को अमानवीय हालत में लादकर ले जाया जा रहा था। पुलिस ने मौके से चार आरोपियों को हिरासत में लिया।

आरोपी और उनका नेटवर्क

गिरफ्तार आरोपियों के नाम हैं:

  • सलामत खान, निवासी मझिगवां
  • प्रमोद कुमार भुर्तिया, निवासी सेमरिया
  • मोहम्मद असरफ खान, निवासी सेमरिया
  • मुस्तकीम खान, निवासी कतरी कांडी, सेमरिया

एडिशनल एसपी आरती सिंह ने बताया कि चारों आरोपियों के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत कार्यवाही की जा रही है। पुलिस अब आरोपियों से पूछताछ कर तस्करी के पूरे नेटवर्क और इसमें शामिल अन्य लोगों की जानकारी जुटा रही है।

पुलिस पर सवाल भी

गौरतलब है कि पिछले एक माह में रीवा और आसपास के क्षेत्रों में गोकशी व पशु तस्करी की कई घटनाएं सामने आई हैं, लेकिन कई बार आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर रह जाते हैं। ऐसे में स्थानीय लोग पुलिस की सतर्कता और कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं।

क्या बोले अधिकारी

सीएसपी रितु उपाध्याय ने बताया:

“तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही जारी है। उत्तर प्रदेश में मांस के लिए इन भैंसों की बिक्री की जा रही थी। अब हम इस पूरे रैकेट का पर्दाफाश करने की दिशा में काम कर रहे हैं।”

आगे की कार्रवाई

पुलिस ने बरामद 35 भैंसों को सुरक्षित गौशाला में भेजा है। सभी आरोपी फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं और पुलिस उनकी कॉल डिटेल्स, लेन-देन और अन्य सहयोगियों की पड़ताल में जुटी है। संभावना है कि आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियाँ हो सकती हैं।

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