वन ग्रामों में सर्वे कर सभी पात्रों को पट्टे, वन विभाग बढ़ाएगा आय और संरक्षण कार्य: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
भोपाल, 20 जून 2025
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश के वन ग्रामों में सर्वे कराकर जो पात्र परिवार अब तक पट्टे से वंचित रह गए हैं, उन्हें भी ससम्मान वन अधिकार पट्टे दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि वन विभाग केवल संरक्षण तक सीमित न रहकर, प्रदेश की बेजोड़ वन संपदा के जरिए आर्थिक आत्मनिर्भरता की दिशा में भी कार्य करे। मुख्यमंत्री शुक्रवार को समत्व भवन स्थित अपने निवास में वन विभाग की गतिविधियों की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे।
???? “सघन वन प्रदेश की पहचान है”
मुख्यमंत्री ने कहा कि सघन वनों के साथ मध्यप्रदेश देश में बाघों की सबसे बड़ी आबादी वाला राज्य है। यहां आने वाले पर्यटक विशेषकर बाघों को देखने आते हैं। ऐसे में टाइगर टूरिज्म को और बढ़ावा दिया जाए। बफर एरिया में आवश्यक सुविधाओं का विस्तार किया जाए, और विशेषज्ञों की मदद से वन्य जीव रेस्क्यू केंद्रों की स्थापना के लिए अध्ययन हो।
???? प्रमुख घोषणाएं व निर्देश:
✅ वन ग्रामों का सर्वे और पट्टा वितरण
- समस्त वन ग्रामों में पुनः सर्वे होगा
- छूटे पात्रों को मिलेंगे वन अधिकार पट्टे
- 925 वन ग्रामों में से अब तक 792 को राजस्व ग्राम में बदला गया
- संरक्षित क्षेत्रों के 66 वन ग्रामों पर कार्यवाही जारी
✅ नक्सल क्षेत्रों में तैनात वनकर्मियों को विशेष सम्मान
- पौष्टिक आहार भत्ता एवं विशेष भत्ता मिलेगा
- असाधारण कार्य पर आउट ऑफ टर्न प्रमोशन का प्रस्ताव तैयार हो
✅ राजस्व वृद्धि और हरित कार्य
- 2023-24 में वन विभाग ने ₹1646.07 करोड़ का राजस्व अर्जित किया
- समितियों को ₹189.82 करोड़ का लाभांश
- वर्ष 2024-25 में ₹1700 करोड़ का लक्ष्य
- अब तक 5.67 करोड़ पौधे रोपे गए, 7360 हेक्टेयर क्षेत्र में बांस रोपण
???? तीन टाइगर रिजर्व देश के सर्वोत्तम में शामिल
अपर मुख्य सचिव श्री अशोक वर्णवाल ने बताया कि केंद्र सरकार की रैंकिंग में देश के 5 सर्वोत्तम टाइगर रिजर्व में से 3 मध्यप्रदेश के हैं। बीते वर्ष 1.67 लाख पर्यटकों में से 80 हजार केवल मप्र के टाइगर रिजर्व में आए।
मप्र में वर्तमान में 9 टाइगर रिजर्व हैं।
नई घोषणा: 258.64 वर्ग किमी क्षेत्र में डॉ. अंबेडकर अभयारण्य सागर जिले में घोषित किया गया है।
???? अग्नि प्रबंधन में सुधार
- वन अग्नि प्रबंधन का प्रतिक्रिया समय 8 घंटे से घटकर 3 घंटे
- FSI पोर्टल पर 1.05 लाख व्यक्तियों को फायर अलर्ट सिस्टम से जोड़ा गया – देश में सर्वाधिक
???? नए चिड़ियाघर और रेस्क्यू सेंटर की तैयारी
- उज्जैन और जबलपुर में जू एवं रेस्क्यू सेंटर की डीपीआर तैयार
- सीजेडए को मंजूरी के लिए भेजा गया प्रस्ताव
???? नदी संरक्षण और प्रजनन केंद्र
- नर्मदा में महाशीर मछली संरक्षण केंद्र
- चंबल में कछुआ, मगर और घड़ियाल के लिए प्रजनन केंद्र
- ओंकारेश्वर, सोनेवानी और ताप्ति क्षेत्र में कंजर्वेशन रिजर्व की स्थापना की योजना
- वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व में चीता पुनर्स्थापना की तैयारी
???? वन नक्शों का डिजिटलीकरण
- सभी नक्शे गतिशक्ति पोर्टल पर अपलोड
- अब Google Earth पर भी वन सीमाएं देखी जा सकती हैं
???? संरक्षण और जैवविविधता विरासत
- 4.31 लाख हेक्टेयर बिगड़े वन अच्छे वन में परिवर्तित
- 5 स्थल – पातालकोट, नरो हिल्स, अमरकंटक, सिरपुर झील, वाल्मी परिसर – जैवविविधता विरासत स्थल घोषित
???? बैठक में उपस्थित प्रमुख अधिकारी
- मुख्य सचिव श्री अनुराग जैन
- अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा
- अपर मुख्य सचिव श्री अशोक वर्णवाल
- पीसीसीएफ श्री असीम श्रीवास्तव
- वाइल्ड लाइफ वार्डन व अन्य वरिष्ठ अधिकारी
????️ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
“वन ग्रामों के लोग सम्मान के हकदार हैं, वन विभाग संरक्षण के साथ-साथ प्रदेश की आय और रोजगार के स्रोतों को भी मजबूत करे।”








