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सीधी: भितरी का हरिजन आदिवासी विद्यालय बना नकल का अड्डा, शिक्षा माफिया के कब्जे में स्कूल प्रबंधन..?

सीधी: भितरी का हरिजन आदिवासी विद्यालय बना नकल का अड्डा, शिक्षा माफिया के कब्जे में स्कूल प्रबंधन..?

सीधी।
हरिजन आदिवासी उच्च माध्यमिक विद्यालय भितरी में नकल माफिया के सक्रिय होने के गंभीर आरोप सामने आए हैं। ग्रामीणों और पूर्व पदाधिकारियों का कहना है कि यह स्कूल अब सिर्फ नाम के लिए चल रहा है – असल में यह नकल करवाने और बच्चों को बिना पढ़ाई के पास कराने का अड्डा बन चुका है। स्कूल परिसर में पढ़ाई का माहौल नहीं है, और शिक्षकों की नियमित उपस्थिति भी संदेह के घेरे में है।

स्थानीय लोगों का दावा है कि विद्यालय में कक्षा 1 से 10 तक नामांकन तो दर्ज है, लेकिन नियमित रूप से केवल 9वीं और 10वीं के कुछ छात्र ही कभी-कभार आते हैं। स्कूल में स्टाफ रूम खाली पड़ा रहता है, और यह केंद्र वर्षों से परीक्षा केंद्र बना हुआ है – जहां खुलेआम नकल करवाई जाती है।

संस्थापकों को हटाया गया, समिति से बाहर

ग्रामीणों का आरोप है कि विद्यालय की स्थापना करने वाले 65 वर्ष से अधिक आयु के सभी संस्थापक सदस्यों को प्रबंधन समिति से बिना सूचना के बाहर कर दिया गया है। डॉ. रामलाल शर्मा ने बताया कि यह स्कूल ग्रामीणों ने मेहनत से स्थापित किया था ताकि क्षेत्र के बच्चों को शिक्षा मिल सके, लेकिन आज यह शिक्षा के नाम पर धोखा बन गया है।

पूर्व प्राचार्य ने नकल का किया विरोध, हटा दिए गए पद से

पूर्व प्राचार्य अरुण सिंह ने भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने नकल का विरोध किया था, जिसके कारण उन्हें जबरन पद से हटा दिया गया। उन्होंने विद्यालय में 20 वर्षों तक सेवा दी, लेकिन व्यवस्था में फैले भ्रष्टाचार के सामने उन्हें भी चुप करा दिया गया।

जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपी गई शिकायत

शुक्रवार को कुछ वरिष्ठ नागरिकों और संस्थापक सदस्यों ने जिला शिक्षा अधिकारी पवन सिंह और कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें स्कूल में फैले भ्रष्टाचार, शिक्षकों की लापरवाही और नकल गिरोह की शिकायत की गई। जिला शिक्षा अधिकारी ने जांच कर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

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